सुरभित सन्देश (ख़ुशबू तुम्हारे ख़त में.)...
सुरभि और सन्देश, ख़त और ख़ुशबू... ये कोई शायर की शायरी अथवा कवि की कविता नहीं है, अब ये पंक्तियाँ मात्र कल्पना न हो कर वास्तविकता हो सकती है, और इसका श्रेय जाता है भारतीय डाक-तार विभाग को।
कुछ माह पहले समाचार पढ़ा कि भारतीय डाक तार विभाग ने सुगन्धित डाक-टिकटोँ को जारी करने का निर्णय लिया है। कभी मैं भी, कई अन्य किशोर युवकोँ की तरह, डाक-टिकट और विशेष रूप से प्रथम दिवस आवरण संग्रह किया करता था और कभी सुगन्धि-विज्ञान में भी कुछ रुचि थी तो यह समाचार जानकर मेरी डाक-टिकट संग्रह की उत्कंठा पुन: जाग उठी और सोचा कि आखिर इस विशेष प्रकार के सुगन्धित टिकट को संग्रहीत किया जाय।
प्रथम प्रयास - चन्दन की सुगन्ध युक्त डाक-टिकट
इसके पूर्व ऐसे सुगन्धित डाक-टिकट को जारी करने वाले मात्र कुछ ही देश थे - थाईलैण्ड, स्विट्ज़रलैण्ड और न्यूज़ीलैंड। इस टिकट के जारी होने के बाद भारत भी इन चुनिन्दा देशों की श्रेणी में आ गया है।
इसकी लोकप्रियता को देख कर भारतीय डाक तार विभाग बहुत प्रोत्साहित हुआ और यह भी समाचार मिला कि शीघ्र ही विभाग ऐसे अन्य सुगन्धित डाक-टिकटों को जारी करेगा। भारतीय डाक तार विभाग ने आज-कल के बाज़ार और ग्राहक की पसंद पहिचान ली थी। वैसे ही ई-मेल व कोरियर सेवाओं द्वारा छीने गये बाज़ार के अंश से पीड़ित डाक विभाग, व्यावसायिकता के इस दौर में लोकप्रियता और लाभ के अवसर को खोना नहीं चाहता था।
ग़ुलाबों की सुगन्ध युक्त डाक-टिकट
अब वसंत ऋतु का समय हो, वैलेंटाइन दिवस नज़दीक हो, तो इससे अच्छा प्रतीकात्मक अवसर और क्या हो सकता था। भारतीय डाक तार विभाग ने फरवरी 7, 2007 को ग़ुलाबों की सुगन्ध वाले डाक टिकटों का सेट जारी करने का समाचार दिया। इस अवसर को और भी लोकप्रिय बनाने के लिये डाक विभाग ने भारतीय फिल्म उद्योग का भी सहयोग लिया। खूबसूरत और लोकप्रिय फिल्म अभिनेत्री प्रीटी ज़िंटा को इस विशिष्ट टिकट के लोकार्पण के लिये चुना गया। आखिर प्रीति और मित्रता के प्रतीक फूलों का प्रतिनिधित्व करना था, वह भी कोई और नहीँ, फूलों में सर्वोपरि गुलाब का!
मिनिएचर सेट
तो अब यदि आप किसी परिजन अथवा विशिष्ट मित्र को प्रीति और मित्रता की भावनाओं और मधुर-मादक सुरभि के साथ अपने सन्देश को प्रेषित करना चाहते हैं तो भारतीय डाक विभाग के इन अनूठे टिकटों का प्रयोग कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त यदि आप डाक विभाग द्वारा कोई पत्र पाते हैं और उसमें चंदन अथवा फूलों की सुगन्ध हो तो आश्चर्य न करें, बस उसमें लगे टिकटों पर ज़रा ध्यान दें (यदि उसमें टिकट तब तक सुरक्षित लगे हों तो, अन्यथा स्वयं समझ लें कि मामला क्या है!)
(कदाचित डाक-टिकटों की छवि के प्रकाशन का सर्वाधिकार, कापीराईट एक्ट के अनुसार डाक-तार विभाग के पास सुरक्षित होता है, इस विवशता से यहाँ टिकटों की मूल आकार छवि को नहीँ प्रकाशित किया गया है।)
4 टिप्पणियां:
मेरे पास भी अपना डाक टिकिट संग्रह है, पर अब उसे बढ़ाना छुट गया है.
सुगन्धित टिकिटों के बारे में जान कर अच्छा लगा.
मैने कोशिश की थी डाक टिकट संग्रह करने की पर मैं Numismatic or Wine Collection की ओर निकल गया…सुगंधित टिकटों के बारे में जानकर अनजाने सुगंधि का आनंद भी ले रहा हूँ>>
पूरे एक महीने बाद दूसरी पोस्ट लिखी लेकिन अच्छी और जानकारी पूर्ण।
संजय, दिव्याभ एवं श्रीष जी,
यह जानकर हर्ष हुआ कि आप किसी को भी मेरा आलेख रोचक, सूचनापरक अथवा अन्य किसी प्रकार से उपयुक्त लगा।
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